जश्न-ए-काव्य — कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह
अखिल भारतीय ग्रामीण साहित्य मंच द्वारा आयोजित भव्य कार्यक्रम “जश्न-ए-काव्य” 17 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में देशभर से प्रतिष्ठित कवि एवं साहित्यकार अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगे।
विशेष कवि परिचय — सचिन सिन्हा
झारखंड की रत्नगर्भा धरती, कोयलांचल धनबाद के रहने वाले सचिन सिन्हा बचपन से ही कविताएं पढ़ते और लिखते रहे हैं। दसवीं उत्तीर्ण होने से पूर्व ही उनकी कई रचनाएं विभिन्न समाचारपत्रों में छ्प चुकी थीं। देश और समाज में हो रहे नित नए परिवर्तन, समसामयिक मुद्दों और समाज की समस्याओं पर जागरूकता फैलाने का इरादा उनकी कविताओं में अनायास ही दिख पड़ता है।
कविता केवल आमोद-प्रमोद एवं मनोरंजन का साधन ही नहीं अपितु समाज को सही दिशा देने का सशक्त माध्यम भी है और उनकी कविताओं में निश्चित रूप से इसका प्रयास रहता ही है। भारत सरकार अंतर्गत वित्त मंत्रालय में कार्यरत सचिन सिन्हा वर्तमान में दिल्ली में रह रहे हैं और विभिन्न मंचों एवं कवि सम्मेलनों में अपने काव्य पाठ से श्रोताओं के मध्य अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं।
इसके अलावा राजभाषा विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित हिन्दी पखवाड़ों में लगातार वर्षों से वे अपनी कविताओं का लोहा मनवा चुके हैं। उनके काव्य पाठ का अंदाज आत्मविश्वास भरा और उच्चारण शुद्ध है। दर्शकों को अपनी कविताओं के साथ जोड़ लेना और उन्हें सोचने पर मजबूर कर देना उनके काव्य पाठ की अन्य विशेषता है।
सचिन सिन्हा जी की कविताओं का मूल विषय सामाजिक चेतना रही है। उनकी कविताएं न केवल समाज में व्याप्त बुराईयों और कुव्यवस्था की ओर ध्यान आकृष्ट करती हैं बल्कि उनका यथा संभव समाधान प्रस्तुत करने का प्रयास भी करती हैं। हाल ही में प्रकाशित हुआ उनका काव्य संग्रह ‘काव्यधारा’ विभिन्न समसामयिक विषयों पर लिखी कविताओं का संकलन है, जो काव्य प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा है।
सचिन सिन्हा सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर भी सक्रिय हैं, जिससे उनकी कविताएँ देश-विदेश में साहित्य प्रेमियों तक पहुँच रही हैं। Instagram (@sachinsmartsinha), Facebook (Sachin Smart Sinha), YouTube (Kaavyadhara- काव्यधारा) जैसे माध्यमों के जरिए वे लगातार अपने श्रोताओं से जुड़े रहने का प्रयास कर रहे हैं।
आयोजन मंडली
कवि रंजन शर्मा और काव्या पटेल शालिनी दोनों मिलकर यह भव्य कार्यक्रम करवा रहे हैं। पिछले 6 महीनों में दोनों 6 सफल कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं और सफलता का झंडा गाड़ चुके हैं।
दोनों की जोड़ी को लोग बहुत पसंद करते हैं और साहित्य जगत में यह जोड़ी एक प्रेरणा बन चुकी है।