🖋️ जश्न-ए-काव्य कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह
कार्यक्रम विशेष आकर्षण
कवि Er. कृष्णा बघेल – शान्त और श्रृंगार रस के वरिष्ठ साधक
कवि Er. कृष्णा बघेल जी, मूलतः उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद ज़िले के टुंडला क्षेत्र से हैं और वर्तमान में ग्रेटर नोएडा में निवास करते हैं। वे न केवल भावनाओं के गहरे ज्ञाता कवि हैं, बल्कि ग्रामीण विकास मंच ट्रस्ट के संस्थापक भी हैं, जो शिक्षा और खेल के माध्यम से ग्रामीण बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर देता है।
मास्टर इन इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद, उन्होंने TCS, UHG, Sapient और Coforge जैसी प्रतिष्ठित आईटी कंपनियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया, लेकिन हिंदी साहित्य और कविता के प्रति उनका प्रेम सदैव बरकरार रहा।
कवि का साहित्यिक योगदान
कृष्णा बघेल जी विशेष रूप से शांत रस और श्रृंगार रस के लिए जाने जाते हैं। उनकी रचनाएँ श्रोताओं को भावनाओं की गहराई तक ले जाती हैं।
प्रसिद्ध रचनाएँ:
- वरिष्ठ नागरिक (शांत रस)
"ज़माने को जीतकर भी मैं, अपनों से हार बैठा हूँ..." - माँ से जगदंबा (शांत रस)
"माँ प्रेम की पूर्ण कहानी है, माँ प्रेम की सुंदर मूरत है..." - प्रेम की पहली हलचल (श्रृंगार रस)
"मेरे मन में बसे हो तुम, ये दिल तेरा ठिकाना है..." - गोपी–उद्धव संवाद (श्रृंगार व शांत रस)
"श्याम की याद में लो सी जली हूँ..."
कार्यक्रम में पुरस्कार
- मिर्ची प्लस साहित्य गौरव सम्मान
- मिर्ची प्लस साहित्य सम्मान
- मिर्ची प्लस गौरव सम्मान
विशेष अवसर
यह कार्यक्रम नए और उभरते कलाकारों को बड़े साहित्यिक मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।
कवि से जुड़ें
📌 Instagram: @krishnabaghelofficial
📌 YouTube: Krishna Baghel
आयोजन का नाम: अखिल भारतीय ग्रामीण साहित्य मंच द्वारा आयोजित – जश्न-ए-काव्य कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह
आयोजक: कवि रंजन शर्मा, काव्या पटेल शालिनी
तारीख: 17 अगस्त 2025
स्थान: नई दिल्ली
प्रायोजक: मिर्ची प्लस (इंटीरियर एंड डेकोरेशन)
मीडिया पार्टनर: GUPT NEWS